हज़रत मुहम्मद ﷺ (भाग १६)
वफ़ाते रसूल ﷺ अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त क़ुरआने करीम में फरमाता है – तर्जुमा- “यानी ‘मौत’ इस हक़ीक़त का नाम है जो नबी मुर्सल बल्कि खातमुल मुरसलीन को भी पेश आकर रहेगी और हक़ीक़ी बक़ा तो ज़ाते अहदियत की ही बिला शिर्कते गैरे खास शान के साथ हासिल है।” (3:11) अल्लाह! अल्लाह! … Read more