हज़रत लुक़मान (रज़ि)
हज़रत लुक़मान (रज़ि), कुरआन और हज़रत लुक़मान (रज़ि), नुबूवत या हिक्मत, कुछ अहम तफ़्सीरी नुक़्ते, हज़रत लुक़मान (रज़ि) की हिक्मत, नसीहत और सबक़ …
हज़रत लुक़मान (रज़ि), कुरआन और हज़रत लुक़मान (रज़ि), नुबूवत या हिक्मत, कुछ अहम तफ़्सीरी नुक़्ते, हज़रत लुक़मान (रज़ि) की हिक्मत, नसीहत और सबक़ …
क़रिया वाले और कुरआन कुरआन में एक बहुत ही मुख़्तसर वाकिया सूरः यासीन में ज़िक्र किया। गया है, इसको सूरः की निस्बत से ‘अस्हाबे यासीन का वाकिया’ और आयतों के बयान के तरीके के मुताबिक़ ‘अस्हाबे करिया का वाकिया’ कहते हैं। अस्हाबे करिया अगरचे मुशरिक व बुतपरस्त थे मगर उनके यहां ‘रहमान‘ … Read more
मोमिन और काफ़िर का वाक़िया अल्लाह तआला ने सूरः कहफ़ में अस्हाबे कहफ़ के वाक़िए के बाद एक और वाक़िए का ज़िक्र फ़रमाया है। यह वाक़िया दो इंसानों के दर्मियान मुनाज़रे जैसी गुफ्तगू की शक्ल में हुआ है और साथ ही इसका नतीजा और फल भी ज़िक्र किया गया है यानी एक … Read more
क़ुरआन और हज़रत यहया (अलै.) कुरआन मजीद में हज़रत यहया (अलै.) का ज़िक्र उन्हीं सूरतों में आया है, जिनमे उनके मोहतरम वालिद हज़रत ज़करिया (अलै.) का ज़िक्र है और जिनकी दुआओं का वह हासिल थे। तर्जुमा- ऐ ज़करिया! हम बेशक तुमको बशारत देते हैं एक बेटे की, उसका नाम … Read more
कुरआन और हज़रत ज़करिया (अलै.) कुरआन में हज़रत ज़करिया (अलै.) का ज़िक्र चार सूरतों, आले इमरान, अनआम, मरयम और अंबिया में आया है, उनमें से सूरः अनआम में सिर्फ अंबिया की फहरिस्त में नाम ज़िक्र किया गया है और बाकी तीन सूरतों में मुख्तसर तज़्किरा नक़ल किया गया है। लेकिन कुरआन में … Read more
कुरआन और हज़रत उज़ैर (अलै.) कुरआन मजीद में हज़रत उज़ैर (अलै.) का नाम सिर्फ एक जगह सूरः तौबा में ज़िक्र किया गया है और उसमें भी सिर्फ यही कहा गया है कि यहूदी उज़ैर को अल्लाह का बेटा कहते हैं, जिस तरह नसारा (ईसाई) हज़रत ईसा (अलै.) को अल्लाह का बेटा मानते … Read more
कुरआन और जुलकिफ़्ल (अलै.) कुरआन में ज़ुलकिफ़्ल (अलै.) का ज़िक्र दो सूरतों अंबिया‘ और ‘साद’ में किया गया है और उनमें भी सिर्फ नाम आया है, लेकिन न तफ्सील, न इज्माल किसी क्रिस्म के हालात का कोई तज़्किरा नहीं है। तर्जुमा – ‘और इस्माईल और इदरीस और ज़ुलक़िफ्ल सब … Read more
हज़रत यूनुस (अलै.) का ज़िक्र कुरआन मजीद में कुरआन मजीद में हज़रत यूनुस (अलै.) का ज़िक्र छः सूरतों में किया गया है, सूरः निसा, अनआम, यूनुस, अस्साफ़्फ़ात, अंबिया और अल-कलम। इनमें से पहली चार सूरतों में नाम का ज़िक्र है और आख़िर की दो सूरतों में ‘जुन्नून’ और ‘साहिबुल हूत’ कहकर सिफ़त … Read more
हज़रत अय्यूब (अलै.) और कुरआन पाक कुरआन में हज़रत अय्यूब (अलै.) का ज़िक्र चार सूरतों में आया है – तर्जुमा- ‘और ईसा और अय्यूब और यूनुस और हारून और सुलैमान (अलै.)’ (निसा 163) तर्जुमा- ‘और उसकी औलाद में से दाऊद और सुलैमान और अय्यूब और यूसुफ़ … Read more